प्राइवेट ठेकेदारों की मनमानी का नया मामला आया सामने।
आरोप है कि, 25 साल से नगर निगम कर्मियों को मिलने वाले ट्रैफिक सिपाही ठेकेदारों ने SP ट्रैफिक से नहीं होने दिए अलॉट।
नगर निगम क्रेन संचालन के लिए पहली बार नहीं दिए गए एक भी ट्रैफिक पुलिस कर्मी।
नगर निगम संचालन कर्मियों ने जोन एक अफ़सर को लिखित में की शिकायत।
ट्रैफिक सिपाही नियुक्त कराने की मांग को लेकर एसएसपी लखनऊ को अवगत कराने के लिए लिखा पत्र।
प्राइवेट ठेकेदारों का मकड़जालखनऊ ट्रैफिक एसपी पर भारी।