मिर्जाप जिलान्तर्गत अहरौरा क्षेत्र के शिउर स्थित प्राथमिक विद्यालय में मिड डे मील में "नमक से रोटी" परोसने का सच उजागर करने पर पत्रकार को फंसाने के लिए प्रशासन और पुलिस ने तथ्यों को तोड़-मोड़ कर पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ, सरकार को बदनाम करने के आरोप में पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने की दिलेरी दिखाने वाले पुलिस अधीक्षक अवधेश पाण्डे को जाना पड़ा। उसे पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है।
मिर्जापुर में सिद्धार्थनगर से डा० धर्मवीर सिंह को इसी पद पर भेजा गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक के सहयोगी जिलाधिकारी को भी जाना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि सहारनपुर में पत्रकार आशीष धीमान और उसके भाई के दोहरे हत्याकाण्ड के बाद "उपजा" के प्रयास से उ.प्र. के मुख्यमंत्री ने 5 - 5 लाख ₹ आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई थी। तथा कड़ी कार्रवाई करके सभी अभियुक्तों को जेल भेज दिया गया था।
मिर्जापुर में पत्रकार पवन जायसवाल को झूठा फसाने के लिए कुटिलता पूर्वक पुलिस रिपोर्ट करने के प्रकरण में "उपजा" के सहयोग से प्रेस कौंसिल ऑफ इण्डिया ने हस्तक्षेप करके पत्रकार को सुरक्षा कवच प्रदान किया। इस प्रकरण में पुलिस अधीक्षक का तबादला कर पुलिस महानिदेशक कार्यालय से सम्बद्ध कर दिया गया है।
इस प्रकरण में अब गाज जिलाधिकारी पर गिरने वाली है।